उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू ने आज स्वास्थ्य क्षेत्र में प्रशिक्षित मानव संसाधनों की कमी को युद्ध स्तर पर दूर करने का आह्वान किया। डब्ल्यूएचओ के 1:1,000 के मानक के खिलाफ भारत में 1:1,511 पर कम डॉक्टर को ध्यान में रखते हुए उन्होंने देश के हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल स्थापित करने की सरकार की मंशा के अनुरूप और अधिक मेडिकल कॉलेज बनाने की जरूरत पर बल दिया
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Microsoft Office Translator देश में पैरामेडिकल स्टाफ की कमी का जिक्र करते हुए श्री नायडू ने मिशन मोड में 1:300 के डब्ल्यूएचओ के मानक की तुलना में भारत में नर्स से जनसंख्या अनुपात (1:670) में सुधार करने का आह्वान किया । ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशिक्षित जनशक्ति की कमी के बारे में उन्होंने गांवों में सेवा करने के लिए स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों को आकर्षित करने के लिए बेहतर प्रोत्साहन और बुनियादी ढांचा तैयार करने का सुझाव दिया । नई दिल्ली के यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज के दीक्षांत समारोह में बोलते हुए उपराष्ट्रपति ने आजादी के बाद से विभिन्न स्वास्थ्य संकेतकों में सुधार पर ध्यान दिया । उन्होंने कहा कि इसके साथ ही कई चुनौतियां थीं, जिनमें सरकार और निजी क्षेत्र दोनों द्वारा समन्वित और ठोस दृष्टिकोण की जरूरत है ।
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