November 15, 2024

पुलिस के इंगलिश के हर अक्षर में साइबर अपराध से सम्बंधित जानकारी : सागर सिंह कलसी आईपीएस

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस  कार्यक्रम कड़ी में   दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार की ओर भागीदारी जन सहयोग समिति एवं एस.ए. शोशल वेलफेयर चैरिटेबल ट्रस्ट की सक्रिय भागीदारी में  एक संगोष्ठी का आयोजन लाइब्रेरी परिसर में गीतांजलि सभागार में आयोजित किया गया संगोष्ठी का विषय था महिलाओं के प्रति साइबर अपराध एवं रोकथाम  संगोष्ठी का  आरम्भ  भागीदारी जन सहयोग समिति के महासचिव एवं सुप्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता विजय गौड़ ने अपनी कविता की पंक्तिओं से किया जो थी सिद्धों की सिद्धि क्यों टूटी , भक्तों की माला क्यों रूठी भगवान मिला ना भक्तों को मंदिर की ठेकेदारी में , मै इसी लिए तो कहता हूँ भगवान बसा है नारी में , भगवान बसा है नारी में  सामाजिक कार्यकर्ता विजय गौड़ ने कहा कि कोरोना काल में महिलाओं के प्रति साइबर अपराध के मामलों में वृद्धि हुई है महिलायें इस डिजिटल युग में मोबाइल , फेसबुक ,ट्विटर , इंस्टाग्राम का प्रयोग सावधानी से करें और यदि अनजाने में साइबर अपराध की शिकार हो जाती है तो अपनी चुप्पी तोड़े , ना घबराएं और तुरंत पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएं  साइबर अपराधी के खिलाफ केस दर्ज कराने में न हिचकें  उन्होंने बताया की हर जिला न्यायालय में जिला विधिक सेवायें प्राधिकरण में महिलायों एवं लड़किओं के लिए निशुल्क कानूनी सहायता देने का प्रावधान है और आवश्यकता होने पर उन्हें निःशुल्क वकील की सुविधा भी मिल सकती है  संगोष्ठी के प्रमुख वक्ता डॉ० पवन दुग्गल अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ इंडिया ने कहा की टेक्नोलॉजी इस डिजिटल युग में सचमुच एक चुनौती बन कर सामने आई इस चुनौती का हल है टेक्नोलॉजी के प्रयोग की जानकारी बढ़ाना एवं सावधानी  उन्होने कहा कि अनजान पर विश्वास करने की एक भूल , पूरे जीवन को कष्टपूर्ण बना देती है उन्होंने कहा की सोशल मीडिया से जुड़ने के क्रेज से महिलाएं परहेज करे , अनजान लिंक को ना खोले , वर्चुवल दुनिया एवं असल दुनिया के अंतर को समझे उन्होंने साइबर के विभिन्न अपराधों  से बचने के उपायों पर विस्तृत प्रकाश डाला  स्वामी विवेकानंद सुभारती यूनिवर्सिटी के कुलपति मेजर जनरल जी के थपलियाल ने कहा कि भौतिकवाद एवं  टेक्नोलॉजी के प्रयोग की दौड़ में संस्कारों एवं वैदिक शिक्षा के मूल्यों से दूर हो रहे है आज इन्ही मूल्यों की आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुए नयी शिक्षा प्रणाली में मौलिक एवं नैतिक शिक्षा को शामिल किया गया है  अपने अध्यक्षीय भाषण में  समारोह के मुख्य अतिथि सुभाष सी० कंखेरिया अध्यक्ष दिल्ली लाइब्रेरी बोर्ड ने बढ़ते हुए अपराधों का कारण नैतिक मूल्यों का पतन बताया और आने वाली पीढ़ी को संस्कार देने में मातृ शक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका बतायी  गोष्ठी के मुख्य अतिथि है सागर सिंह कलसी आईपीएस उपायुक्त पुलिस उत्तरी जिला ने साइबर अपराध को रोकने में पुलिस को एक मन्त्र के रूप में बड़े रोचक ढंग से बता कर सभी को रोमांचित कर दिया उन्होने कहा की पुलिस के इंगलिश के हर अक्षर में साइबर अपराध से सम्बंधित जानकारी छिपी है और उदाहरण दिया पी से पासवर्ड -किसी को पासवर्ड शेयर ना करें , ओ से ओ टी पी – अनजाने में ओ टी पी शेयर ना करें आपके खाते से पैसा खाली हो सकता है एल से लिंक अनजान लिंक ना दबाएं , आई से इंटरनेट – इंटरनेट से किसी प्रकार के कमैंट्स ना करें इत्यादि  उन्होंने कहा कि अनजाने में कहा शब्द , बदले की भावना का कारण बन जीवन की शांति भंग कर देता है , जिसके लिए उन्होंने घटना के उल्लेख के माध्यम से बताया के कैसे बदले की भावना जानलेवा हो जाती है और भयानक मोड ले लेती है   दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी के महानिदेशक डॉ० आर के शर्मा ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के महत्व पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी को डिजिटल युग के अनुरूप विभिन्न सुविधाओं से लैस करने की कटिबद्धता को दोहराया उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन नवीन जानकारिओं का  सशक्त माध्यम सिद्ध  होंगे  कार्यक्रम के दूसरे सत्र में आशीष नारायण त्रिपाठी हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायक द्वारा शास्त्रीय गायन प्रस्तुत किया उनके साथ सरोद पर पंडित प्रभा कुमार , तबले पर बाबर लतीफ़ खान ,हारमोनियम पर जाकिर धोलपुरी द्वारा संगत दी  शास्त्रीय गायन  प्रस्तुति से सभी श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए और तालिओं से सभागार गूंज उठा इस अवसर पर कानूनी जागरूकता क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवाओं के लिए भागीदारी जन सहयोग समिति द्वारा दो संस्थागत पुरस्कार स्वामी विवेकानंद सुभारती यूनिव…